आज बोधिसत्व और आभा की 'भानी' का जन्मदिन है
आज 'भानी' का जन्मदिन है । आप सोच रहे होंगे कि ये 'भानी' कौन है । दरअसल भानी हमारे मित्रों बोधिसत्व और आभा की प्यारी सी बेटी और हमारी फ्रैन्ड है । जी हां भानी हमारी फ्रैन्ड हैं । इत्ती-सी फ्रैन्ड । ये जो तस्वीर है ये तब की है जब पिछली बार भानी हमारे घर आईं थीं 'बाबू' को देखने के लिए । 'बाबू' यानी हमारे नवागत बेटे । शरारत का छोटा-सा पिटारा हैं ये भानी जी ।
यूनुस ने तरंग पर अपनी एक पोस्ट 'आभा की तहरी' में जिक्र किया है कि भानी किस तरह की फ्रैन्ड हैं हमारी । उसी पोस्ट की ये पंक्तियां आपको बतायेंगी इस बारे में......
भानी जी और ममता जी 'फ्रैन्ड' हैं । इसलिए ममता ने पहुंचते ही 'भानी' जी से बतियाना शुरू कर दिया । पूछा कि यहां कितनी सहेलियां हैं तुम्हारी । तो भानी जी नानी जी का जवाब था--'एक भी नहीं' । ममता जी को माजरा समझ नहीं आया, हैरत हुई, इसलिए सवाल को घुमा कर पूछा । जैसा रेडियो वाले हमेशा करते हैं । एक सवाल का सही जवाब ना मिलने पर घुमा-फिराकर उस सवाल को फिर से दाग़ देते हैं । इस बार सवाल था--तुम्हारी कितनी फ्रैन्ड हैं भानी । भानी का जवाब था, बहुत सारी हैं । नाम पूछने पर बताया पलक दीदी, अलानी दीदी, फलानी दीदी । ( यानी सारी फ्रैन्ड उम्र में बड़ी हैं ) हम सभी बहुत हंसे कि सहेलियां एक भी नहीं हैं, पर फ्रैन्ड बहुत सारी हैं । ऐसी हैं ये भानी जी...सबकी हैं नानी जी |
भानी एक बार जब हमारे घर आईं तो उन पर 'घी-नमक-चावल' खाने की जिद चढ़ी थी । और जब भानी पर कोई जिद चढ़ जाए तो भला मजाल है कोई इसे टाल सके । वैसे भानी जी को आम भी बहुत पसंद है । भानी जी की एक बात मुझे हमेशा याद रहती है । आभा ने या तो बताया था या अपनी किसी पोस्ट में लिखा था कि एक बार जब फ्रिज से पानी निकालकर भानी जी ने बोतल को बाहर छोड़ दिया तो उस पर बाहर की तरफ बूंदें जमा हो गयीं । भानी जी का निष्कर्ष था कि बोतल को पसीना आ रहा है ।
भानी जी की ऐसी अवधारणाओं और निष्कर्षों के बारे में अकसर आभा लिखती रहती हैं । आप देखिए ये चुलबुली तस्वीरें । इनमें से कुछ हमारे कैमेरे से हैं और कुछ को हमने आभा और बोधिसत्व के ब्लॉग से उड़ाया
है ।
हम भानी जी को जन्मदिन की खूब सारी शुभकामनाएं दे रहे हैं आप भी दीजिए ।
नानी भानी को जनमदिन की बहुत सारी शुभकामनाएँ! हम जब मुम्बई आएंगे तो हम भी उन के दोस्त मतलब फ्रेण्ड बनने की कोशिश करेंगे।
ReplyDeletebhaniji ko janmadin ki badhaiyan
ReplyDeletechaliye bhani ke bahane aapne apna muh(kalam) to khola.. :)
ReplyDeletebhani ko bahut bahut badhai aur bodhi bhai ko bhi.. :)
भानी को हैपी बर्थ डे .. एक बार फिर .. यहाँ पर भी !
ReplyDeleteहमारी तरफ़ से भी भानी बिटिया को जन्म दिन की बहुत सी बधाई
ReplyDeleteभानी को हमारी तरफ से जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई और ढेर आशीष!!
ReplyDeletehum sab ko bahut achcha laga....bhani to bahut adhik khush ho gayin....aap sab ka aashish bhani tak pahuch raha hai, aap sab tak bhani ki khushi pahunce
ReplyDeleteभानी ,तुम्हारे एक चाचा दुर्ग मे रहते हैं उनका नाम है शरद कोकास और वो पापा के दोस्त है ,पापा जैसे कविता लिखते है ना वैसे ही वो भी लिखते हैं अब जब भी पापा दुर्ग आयें तो तुम उनके साथ ज़रूर ज़रूर आना .. जन्मदिन पर लाड़ दुलार और प्यार - शरद कोकास (यह सन्देश भानी को ज़रूर पढ्वाएँ)
ReplyDeleteसही बतला रही है भानी
ReplyDeleteफ्रिज में इत्ती देर बंद रखोगे
तो पसीना नहीं आएगा तो
बोतल नहाकर निकली होगी।
भानी को जन्मदिन की मीठी वाणी
दिन ये सुहाना, रूत ये सुहानी
भानी जल्दी सुनाओ हमको एक कहानी
सहेली एक नहीं पर फ्रेंड हैं बहुत सारी।
चित्र देखकर तो मन प्रसन्न हो गया।
पहले पढ़कर तो ये आभास हुआ था कि
ReplyDeleteदो दो जन्मदिन हैं
बोधिसत्व जी का
और आभा की भानी का
पर जल्द ही समझ आ गया।
भानी बिटिया को जन्म दिन पर ढ़ेर सारी शुभकामनायें, और आपको सात महीने बाद वापस पोस्ट लिखने के लिये बधाई! 'बाबू' अब थोड़े बड़े हो गये हैं, कभी कभार एकाद पोस्ट लिखी जा सकती है।
ReplyDeleteकुछ नहीं तो बाबू पर ही सही...
बहुत बधाई! यह बिटिया हमारे ब्लॉग पर फ्लिंस्टन को चलते देखा करती थी। पता नहीं अब याद होगा या नहीं!
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